Shiv chalisa pdf | Shiv chalisa in Hindi pdf – श्री शिव चालीसा

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आपका स्वागत है दोस्तो। इस पोस्ट में आप Shiv chalisa pdf हिंदी में डाउनलोड कर सकते हैं और साथ ही इसके अर्थ को भी हिंदी में समझ पायंगे । इसके अतिरिक्त, शिव चालीसा से स्वास्थ्य और आपकी जिंदगी में होने वाले कई लाभों के बारे में भी बताया गया है और संस्कृत और हिंदी दोनों में इसका अर्थ भी प्रदान किया गया है।

 

आइए हम Shiv ji chalisa पाठ के महत्व को समझें और इसके पुरे अर्थ हो हिंदी में समझे , उचित समय के साथ इस शिव चालीसा पाठ को पढ़ने से अधिकतम लाभ प्राप्त होता हे । शिव चालीसा का पाठ करने से कोई भी कठिन कार्य सफलतापूर्वक पूरा होता है.

 
shiv chalisa in Hindi pdf
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shiv chalisa PDF | Shiv Chalisa Lyrics in Hindi

॥ दोहा ॥
जय गणेश गिरिजा सुवन,
मंगल मूल सुजान ।
कहत अयोध्यादास तुम,
देहु अभय वरदान ॥

जय गिरिजा पति दीन दयाला ।
सदा करत सन्तन प्रतिपाला ॥

भाल चन्द्रमा सोहत नीके ।
कानन कुण्डल नागफनी के ॥

अंग गौर शिर गंग बहाये ।
मुण्डमाल तन क्षार लगाए ॥

वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे ।
छवि को देखि नाग मन मोहे ॥ 4

मैना मातु की हवे दुलारी ।
बाम अंग सोहत छवि न्यारी ॥

कर त्रिशूल सोहत छवि भारी ।
करत सदा शत्रुन क्षयकारी ॥

नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे ।
सागर मध्य कमल हैं जैसे ॥

कार्तिक श्याम और गणराऊ ।
या छवि को कहि जात न काऊ ॥ 8

देवन जबहीं जाय पुकारा ।
तब ही दुख प्रभु आप निवारा ॥

किया उपद्रव तारक भारी ।
देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी ॥

तुरत षडानन आप पठायउ ।
लवनिमेष महँ मारि गिरायउ ॥

आप जलंधर असुर संहारा ।
सुयश तुम्हार विदित संसारा ॥ 12

त्रिपुरासुर सन युद्ध मचाई ।
सबहिं कृपा कर लीन बचाई ॥

किया तपहिं भागीरथ भारी ।
पुरब प्रतिज्ञा तासु पुरारी ॥

दानिन महँ तुम सम कोउ नाहीं ।
सेवक स्तुति करत सदाहीं ॥

वेद नाम महिमा तव गाई।
अकथ अनादि भेद नहिं पाई ॥ 16

प्रकटी उदधि मंथन में ज्वाला ।
जरत सुरासुर भए विहाला ॥

कीन्ही दया तहं करी सहाई ।
नीलकण्ठ तब नाम कहाई ॥

पूजन रामचन्द्र जब कीन्हा ।
जीत के लंक विभीषण दीन्हा ॥

सहस कमल में हो रहे धारी ।
कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी ॥ 20

एक कमल प्रभु राखेउ जोई ।
कमल नयन पूजन चहं सोई ॥

कठिन भक्ति देखी प्रभु शंकर ।
भए प्रसन्न दिए इच्छित वर ॥

जय जय जय अनन्त अविनाशी ।
करत कृपा सब के घटवासी ॥

दुष्ट सकल नित मोहि सतावै ।
भ्रमत रहौं मोहि चैन न आवै ॥ 24

त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो ।
येहि अवसर मोहि आन उबारो ॥

लै त्रिशूल शत्रुन को मारो ।
संकट से मोहि आन उबारो ॥

मात-पिता भ्राता सब होई ।
संकट में पूछत नहिं कोई ॥

स्वामी एक है आस तुम्हारी ।
आय हरहु मम संकट भारी ॥ 28

धन निर्धन को देत सदा हीं ।
जो कोई जांचे सो फल पाहीं ॥

अस्तुति केहि विधि करैं तुम्हारी ।
क्षमहु नाथ अब चूक हमारी ॥

शंकर हो संकट के नाशन ।
मंगल कारण विघ्न विनाशन ॥

योगी यति मुनि ध्यान लगावैं ।
शारद नारद शीश नवावैं ॥ 32

नमो नमो जय नमः शिवाय ।
सुर ब्रह्मादिक पार न पाय ॥

जो यह पाठ करे मन लाई ।
ता पर होत है शम्भु सहाई ॥

ॠनियां जो कोई हो अधिकारी ।
पाठ करे सो पावन हारी ॥

पुत्र हीन कर इच्छा जोई ।
निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई ॥ 36

पण्डित त्रयोदशी को लावे ।
ध्यान पूर्वक होम करावे ॥

त्रयोदशी व्रत करै हमेशा ।
ताके तन नहीं रहै कलेशा ॥

धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे ।
शंकर सम्मुख पाठ सुनावे ॥

जन्म जन्म के पाप नसावे ।
अन्त धाम शिवपुर में पावे ॥ 40

कहैं अयोध्यादास आस तुम्हारी ।
जानि सकल दुःख हरहु हमारी ॥

॥ दोहा ॥
नित्त नेम कर प्रातः ही,
पाठ करौं चालीसा ।
तुम मेरी मनोकामना,
पूर्ण करो जगदीश ॥

मगसर छठि हेमन्त ॠतु,
संवत चौसठ जान ।
अस्तुति चालीसा शिवहि,
पूर्ण कीन कल्याण ॥

अगर आप महादेव की पूजा करते हैं तो इसे पढ़ने से भोले भंडारी आप पर प्रसन्न होंगे और महा शिवरात्रि के दौरान Shiv चालीसा का पाठ करने से आपकी सारी मनोकामनाएं पूरीहोगी। अगर आप प्रतिदिन तीन बार शिव चालीसा का पाठ करते हे तो आपको बड़ी सफलता मिलने की सम्भावना रहती हे।  

शिव चालीसा पाठ का जाप भगवान शिव की पूजा करने के सबसे अच्छे और सबसे शक्तिशाली तरीकों में से एक है। इस शक्तिशाली पाठ में ऋषि अयोध्या दास द्वारा लिखित शिव पुराण से लिए गए चालीस मंत्र शामिल हैं, जिनमें से प्रत्येक उनकी महिमा का बखान करता है। लोगों का मानना ​​है कि पूर्ण समर्पण के साथ शिव चालीसा के नियमित पाठ करने से व्यक्ति के जीवन से सारी बाधाएं और समस्याएं दूर हो जाती हैं।

Shiv Chalisa Benefits | शिव चालीसा के फायदे 

  • अच्छे स्वास्थ्य, जीवन की दीर्घायु, समृद्धि और सफलता के मार्ग से सभी बाधाओं और दुखों को दूर करने के लिए शिव चालीसा का पाठ जरूर करना चाइये । कई लड़कियाँ अच्छा वर पाने के लिए भगवान शिव की पूजा करती हे और सोमवार का व्रत रखती हैं।
  • कहा जाता है कि पूरी श्रद्धा के साथ नियमित रूप से शिव चालीसा का जाप करने से किसी के भी जीवन की सभी प्रकार की बाधाये  और समस्याये दूर हो जाती हे, और भगवान शिव का आशीर्वाद आप पर बना रहता हे। 
  • रोजाना शिव चालीसा का जाप करने से न केवल लड़कियों को उचित वर मिलता हे , बल्कि यह वैवाहिक और रिश्ते संबंधी मुद्दों को सुलझाने में भी सहायक होता है।
  • शिव चालीसा का पाठ करते हुए भगवान भोलेनाथ को अक्षत चढ़ाने से व्यापार में उन्नति होती है और धन का आगमन आसानी से होता है।
  • चिंता या भय में शिव चालीसा का पाठ करने से राहत मिलती है। प्रतिदिन देवों के देव महादेव का जाप करने से व्यक्ति को अपने भीतर शक्ति और साहस का अनुभव होता हे जिससे वह भय से मुक्त हो जाता है।
  • शिव चालीसा का पाठ करने से भगवान की दिव्य कृपा और आशीर्वाद आप पर सदा बना रहता हे।  

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